यदि आप कुछ चाहते हैं, तो एक आदमी से पूछो, पर यदि आप कुछ करना चाहते हैं, तो एक महिला से पूछो। आयरन लेडी मार्गरेट थैचर और ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री ने 20 वीं सदी में इस बात को उद्धृत किया था।
आज भी, आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण की इस दुनिया में, ये बात आज भी सच है। वास्तव में, प्रौद्योगिकी में वृद्धि के साथ-साथ महिलाओं की भूमिकाएं भी बदली हैं और समाज में उनका योगदान भी कई गुना बढ़ गया है। आज की महिला सिर्फ एक गृहिणी नहीं की है, बल्कि एक नेता, एक कामकाजी पेशेवर और पेशेवर बिजनेस वुमेन हैं।
आईटी उद्योग में अचानक आई तेजी से तकनीकी प्रगति हुई है और इसके साथ ही सोशल मीडिया में भी उछाल आया। आधुनिक महिलाएं सभी सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रूप से मौजूद हैं और दिलचस्प रूप से सोशल मीडिया पर राज करती हैं। वे खरीदी के फैसलों के साथ बाजार के रुझान भी तय करती हैं और नया फैशन भी वही तय करती हैं। इंडैहश के एक अध्ययन के अनुसार 68 प्रतिशत सोशल मीडिया महिलाओं से प्रभावित हैं, महिलाओं की 47 प्रतिशत (36 प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले) सोशल मीडिया सामग्री दिन में 1 से 3 बार और उसके बाद 45 प्रतिशत महिलाओं (31 प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले) ई-कॉमर्स साइटों पर जो वे देखती हैं, उन चीजों को खरीदती हैं।
महिलाओं का प्रभाव
प्रभाव एक कला है जो उपभोक्ताओं की धारणा को आकार देता है। इसे मानो या न मानो, लेकिन महिलाओं में प्रभावित करने की असाधारण क्षमता है। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं किसी भी पोस्ट को तैयार करने में अधिक समय लेती हैं। इस प्रकार सामाजिक मंच पर सक्रिय भागीदारी करके वे दूसरों के खरीदी निर्णय को प्रभावित करने के लिए भी बहुत ताकत रखती हैं।
लेकिन, प्रभावकारी क्या है?
प्रभाव जीवन का एक तरीका है, यह एक स्थिति है और वास्तव में प्रभावित करना व्यक्ति का नया पेशा है!
अधिकांश प्रभावशाली लोग इसे पूर्णकालिक पेशे के रूप में लेते हैं। बहुत से लोग इसे जुनून के साथ करते हैं और उनके सामाजिक मीडिया कौशल के साथ एक अंशकालिक या साइड बिजनेस के रूप में करते हैं। लेकिन, तथ्य यह है कि वे दिनभर में गंभीरता से बहुत सी सामग्री बनाते हैं। 87 प्रतिशत लोग स्वयं प्रभावित होते हैं और 64 प्रतिशत अपनी नौकरी को गंभीरता से करते हैं!
देखने में ये दिलचस्प लगता है कि सोशल मीडिया को प्रभावित करने वालों में महिलाएं ज्यादा हैं और यूट्यूबर्स बहुत कम! सोशल मीडिया प्रभावकारी हैं, फिर भी पुरुषों की तुलना में महिला प्रभावशाली ज्यादा मेहनत करती हैं। वे अच्छी सामग्री बनाने में पूरा दिल और आत्मा लगाती हैं।
आइए हम इस बात पर विचार करें कि जब एक महिला सोशल नेटवर्क में भाग लेती है, तो वह इंस्टाग्राम पर फोटो अपलोड करती है। साथ ही फेसबुक पर पोस्ट श्लाइकश् करती है और लिंक्डइन पर भी एक लिंक साझा कर सकती है। इसके विपरीत पुरुष इसमें कम भागीदारी करते है। वे चर्चा में अधिक चयनात्मक होते हैं और समान सामग्री को और अधिक बार फिर से साझा करते रहते हैं। साथ ही यह भी ध्यान दिया गया है कि पिंटरेस्ट ये दोनों प्रमुख रूप से महिलाओं के वर्चस्व वाले प्लेटफॉर्म हैं। इसके बार तीसरे पर नम्बर आता है फेसबुक का! यूट्यूब और लिंक्डइन हालांकि पुरुषों के प्रभुत्व में हैं।
कई ब्रांडों और डिजाइन महिलाओं के प्रभाव के कारण ही बाजार में हैं, ताकि वे महिलाओं को सीधे प्रभावित कर सकें। स्पष्ट रूप से ग्राफिक्स, कलर, और म्यूजिक की अत्याधुनिक शैली वाली नाटकीय वीडियो सामग्री का उपयोग करके टारगेट मैसेज के साथ।
एक एजेंसी के नजरिए से देखा जाए तो, महिलाएं प्रभावशाली पारंपरिक बाजारों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती हैं। वे अपनी खुद जगह बनाना चाहती हैं, स्नैपचौट्स की तुलना में अधिक इन्स्टा कहानियां साझा करके! कुछ ब्रांडों के साथ उनके दृष्टिकोण में प्रामाणिक सामग्री सहयोग के लिए करके अधिक पेशेवर बनना चाहती हैं। वे एक महिला एक पेशेवर के रूप में अपने प्रभाव का उपयोग करके अधिक समय बिताना चाहती है, ताकि पेशेवर प्रभाव बना सकें। ऐसा करके वे अपने जुनून का उपयोग करती हैं और वास्तविक खरीददार सामने लाती हैं। यह कठिन तथ्य है, लेकिन महिलाओं द्वारा प्रभावित करने की वजह से खरीदी के कई फैसलों में महिलाओं में नाबालिग से वयस्कों को राजी करने की क्षमता है। जैसा कि एक बार उद्धृत भी किया गया है, दुनिया में महिलाएं प्रतिभा का सबसे बड़ा अप्रयुक्त जलाशय है। इसलिए प्रभावशाली बनने के लिए या अपने उत्पाद ध् सेवा कनेक्ट को बढ़ावा देने के लिए नया मीडिया महिलाएं ही हो सकती है!
आयुष गोरानी,
डायरेक्टर, डेज़ल डिजिटल