सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शीघ्र ही अपने नाम का पंजीयन कराएं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के विभिन्न आयामों पर चिंतन करने के लिए सीएसआर और एनजीओ लीडर एक मंच पर राजधानी रायपुर में दूसरी बार इकट्ठा हो रहे हैं। अवसर होगा छत्तीसगढ़ सीएसआर लीडरशिप सम्मेलन जो 3 फरवरी 2019 को होटल बेबीलान इंटरनेशनल में सुबह 9 से शाम 6 बजे तक आयोजन होगा।
छत्तीसगढ़ जैसे छोटे विकासशील राज्य बड़े कारपोरेट घरानों द्वारा खर्च किए जाने सीएसआर फंड को किस तर आकर्षित कर सकते हैं। यहां पर एनजीओ के क्षमता निर्माण की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा होगा। इंडिया सीएसआर नेटवर्क द्वारा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
इंडिया सीएसआर नेटवर्क के फाउंडर और सम्मेलन के संयोजक रूसेन कुमार ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य एक प्रभावी राज्य स्तरीय मंच तैयार करना है जहां पर सीएसआर और एनजीओ साथ-साथ हाथ मिलाकर सामाजिक विकास की गतिविधियों में तेजी लाकर उसे प्रभावी बना सकें। रूसेन कुमार ने कहा कि समावेशी विकास के लिए सिविल सोसाइटी, एनजीओ, सरकारी सिस्टम, नेतृतत्वकर्ताओं, राजनेताओं, नीति-निर्धारकों और कारपोरेट के मध्यम परस्पर साझेदारी सुनिश्चित करने होंगे।
हमें विश्वास है कि यह सम्मेलन कारपोरेट जगत और एनजीओ लीडर्स में उत्साह पैदा करेगा। आयोजकों ने छत्तीसगढ़ के सभी कारपोरेट घरानों और विकास कार्यों में संलग्न सभी संस्थाओं और एजेसिंयों, नेतृत्वकर्ताओं को अधिक संख्या में हिस्सा लेने आव्हान किया गया। इस सभा में छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, नई दिल्ली स्थित संस्थाओं के 200 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
क्या है सीएसआर कानून
सीएसआर कानून 1 अप्रैल 2014, के अनुसार हर कंपनी, प्राइवेट लिमिटेड या पब्लिक लिमिटेड, जिन्होंने 500 करोड़ रुपये का शुद्ध मूल्य या 1,000 करोड़ रुपये या 5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ का कारोबार किया है, उन्हें तीन वित्तीय वर्षों के लिए, तुरंत अपने औसत शुद्ध लाभ का कम से कम 2 प्रतिशत, नीति बनाकर कॉर्पोरेट सामाजिक गतिविधियों पर खर्च करना है। सीएसआर की राशि से पिछड़े इलाकों के विकास और कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए योजना बनाकर कार्य करना है।
नया कंपनी अधिनियम में सामाजिक मुद्दों का हल निकालने, गरीब और वंचित समूहों का समावेशी विकास करने सहित उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव लाने और इन समूहों को उत्पादक एवं सम्मानजनक जीवनयापन में मदद करने हेतु कॉरपोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी के मद से योगदान करने का अनिवार्य प्रावधान है।
प्रतिभागी संस्थाएं
सम्मेलन में छत्तीसगढ़ शासन, नाबार्ड, बालको वेदान्ता, एसईसीएल, आईआईएम रायपुर, आदित्य बिड़ला समूह, जिंदल समूह, जिंदल पावर लिमिटेड, अडानी, अंबुजा सीमेंट, एसीसी सीमेंट, यूपीएल, जीएमआर, हेल्पेज इंडिया, बीमटेक फाउंडेशन, समग्र इंटरप्राइस, जेके लक्ष्मी सीमेंट, सीएमआर यूनिवर्सिटी, खबरची वेब मीडिया, शान्वी साल्युशंस, वर्कमेन, कतर्व्य, रामदास द्रौपदी फाउंडेशन, आरोह फाउंडेशन, पीएम शाह फाउंडेशन, रंगनाथन शोसायटी, गेल्वे फाउंडेशन, शिखर युवामंच, शिखर युवा मंच, वर्ल्ड विजन इंडिया, आक्सफैम, मितान सेवा समिति, सुरक्षित भव फाउंडेशन सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों से 100 से अधिक संस्थाएं हिस्सा ले रही है।
सीएसआर एवं एनजीओ अवार्ड के आवेदन आमंत्रित
सम्मेलन में राज्य में कंपनियों के अग्रणी सीएसआर कार्यों तथा एनजीओ द्वारा चलाई जा रहे सामाजिक परियोजनाओं को सम्मेलन में सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए विधिवत नामंकन मंगाए जा रहे हैं।